मेरे कॉलेज के दिनों के एक मित्र हैं, जो फेसबुक पर काफी सक्रिय रहते हैं।सक्रियता से मेरा तात्पर्य दोस्तों की पोस्ट पर अनावश्यक कमेंट,लाईक या चैटिंग से नहीं है .......नहीं!! इस मामले में उनका FB profile स्पष्ट रूप से मितभाषी प्रतीत होता है।परन्तु देशप्रेम से ओतप्रोत हर तरह के पोस्ट को वो जरुर शेयर करते हैं,चाहे वो भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई पोस्ट हो,लोकपाल से संबधित,सिविल सोसाइटी के आंदोलनों से सम्बंधित,कई तरह के घोटालों से सम्बंधित,विभिन्न क्रांतिकारियों व देशभक्त नेताओं की पोस्ट आदि।यहाँ तक की भ्रष्टाचारी नेताओं की मोर्फिंग की हुई विकृत तस्वीरों को भी वो शेयर करने से नहीं चूकते ......ये उनका और उनके जैसे तमाम लोगों का विरोध प्रदर्शन का अपना तरीका है .......उनकी प्रोफाइल देखकर ही "देश की व्यवस्था" को बदलने की उनकी उद्विग्नता से आप वाकिफ हो जायेंगे।
चूँकि मेरे ही शहर के हैं तो इस दीपावली की छुट्टियों में उनसे काफी दिनों बाद मिलना हुआ।बातों बातों में पता चला उनका मतदाता पहचान पत्र अभी तक नहीं बना है।संयोग से चुनावों को मद्देनजर रखते हुए पूरे प्रदेश में मतदाता पहचान पत्र जारी करने के लिए केंद्र बनाये गए थे,मैंने कहा "एक दिन एप्लीकेशन दे आ यार।"बोले "अरे छोड़ यार !! मुश्किल से 4 दिन की छुट्टी मिली है फ़ोकट के काम में वेस्ट नहीं कर सकता ......इलेक्शन के पहले घर घर जाकर नाम जोड़ते ही हैं इन लोग,उस समय देखेंगे और वैसे भी बैंगलोर से इतनी दूर सिर्फ वोट डालने के लिए थोड़ी आऊंगा ....वोटर id न बने अभी तो भी कोई फर्क नहीं पड़ता ।"
घर आकर फेसबुक में ऑनलाइन हुआ तो फिर इन्हीं महाशय का एक पोस्ट था अब्दुल कलाम साहब द्वारा दिए वाक्य के साथ "what can i give to my country" ......सोचा फिलहाल तो एक सही वोट ही दे दें, तो शायद देश में कुछ बदलाव आ जाये, बातें और पोस्ट तो शेयर होती रहेंगी।
फेसबुक के शेरों से उम्मीद है शिकार करने(वोट डालने )अपनी गुफा से बाहर निकलेंगे।
बिलकुल ऐसे फेसबुक के शेर समाज व् राजनीति में सार्थक सुधार लाना चाहते हैं तो उन्हें अपनी वोट की कीमत समझनी होगी .बढिया पोस्ट .आभार
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद शिखा जी !!
Deleteऐसे कई महानुभावों से मेरा भी परिचय हुआ है .. अब नज़र-अंदाज़ करना पड़ता है इन्हें! :P
ReplyDeleteटिप्पणी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद मधुरेश जी !!
DeleteI HAVE GIVEN YOUR BLOG'S INTRODUCTION HERE -ये ब्लॉग अच्छा लगा.. PLEASE SEE AND SHARE YOUR VIEWS WITH US .
ReplyDeletethanks for the concern mam....i will definitely follow this blog.
Deleteइस पोस्ट को ऐसे शेरों तक पहुचने की आवश्यक्ता है ताकि उन्हें ज्ञात हो के उनकी दहाड़ कितनी खोखली है ।
ReplyDeleteआपके सहयोग से अवश्य संभव होगा ...टिपण्णी के लिए आभार, गौरव !!
Delete.सार्थक बात कही है आपने दहेज़ :इकलौती पुत्री की आग की सेज
ReplyDeleteधन्यवाद शालिनी जी...
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