"अबे इ चेतन भगत कौन सा लेखक है ?" "भैया बड़ा लेखक है आजकल।का हुआ ? "अरे ट्रेन में कुछ रंगरूटों के साथ आना हो गया,इसिच्च का बात करते रहे पूरा टाइम!अउ पूरा किताब का नाम गिनती पे है वन,टू ,थ्री,फाइव और एक था 2020.!!" "भैया रिवोल्युशनरी 2020।" "हाँ वही, 2020 सुन के हमको लगा कि कलाम साहेब के साथ टियुनिंग है पर नहीं, बोले लव स्टोरी में थोड़ा भ्रष्टाचार है और कि रोलिंग के बाद यही सबसे फेमस है।" "भैया रोलिंग तो हम समझ गये पॉटर वाली।" "वो हमको पता है,हनुमान जी की माँ का नाम पूछें अभी तो नहीं पता होगा .....पर पॉटर का पूरा खानदान याद होगा।" "भैया आइआइटी और आइआइएम से पढ़ा है,बड़े बड़े नेताओं को अखबारों में खुले पत्र लिखता है।" "जब लिखना ही था तो एम ए कर लेता,सरकार का पैसा बर्बाद किया आइआइटी में।" "नहीं भैया आप समझे नहीं,बड़ी हस्ती है,बहुत लोग फॉलो करते हैं ट्विटर और फेसबुक पर उसे।हर मुद्दे पर प्रतिकिया देता है और सुझाव देता है।" "अच्छा ?" "रुकिए भैया जी एक मिनट! अरे रामदीन! वो पुराने अख़बारों से चेतन भगत का लेख छाँट के भैया के घर पँहुचा आना ज़रा।" "जी भैया।"
दो चार दिनों बाद तालाब किनारे-
"पढ़े का भैया चेतन भगत का लिखा हुआ ??" "अरे हाँ !! सिर्फ आदर्शवादी बात लिखता है,असलियत से कोई लेना देना नहीं! इसके लिए आइआइटी के पढ़ाई की का जरुरत? पीपल के नीचे हुक्का गुड़गुड़ाते रामखेलावन के पास इससे ज्यादा अच्छे सुझाव हैं,पर कभी अपनी जगह से हिले तब न।" "बात तो सही कह रहे हैं!! भैया,उ गोंदाबाई का बी पी एल कार्ड बनवाना था।" "चलो अभी हमरे साथ,सचिव के पास जा ही रहे हैं अउ तीन लोगों का काम निपटवाना है।"
भैया जी जैसे आदमियों से ही देश चल रहा है।
दो चार दिनों बाद तालाब किनारे-
"पढ़े का भैया चेतन भगत का लिखा हुआ ??" "अरे हाँ !! सिर्फ आदर्शवादी बात लिखता है,असलियत से कोई लेना देना नहीं! इसके लिए आइआइटी के पढ़ाई की का जरुरत? पीपल के नीचे हुक्का गुड़गुड़ाते रामखेलावन के पास इससे ज्यादा अच्छे सुझाव हैं,पर कभी अपनी जगह से हिले तब न।" "बात तो सही कह रहे हैं!! भैया,उ गोंदाबाई का बी पी एल कार्ड बनवाना था।" "चलो अभी हमरे साथ,सचिव के पास जा ही रहे हैं अउ तीन लोगों का काम निपटवाना है।"
भैया जी जैसे आदमियों से ही देश चल रहा है।